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राहु ग्रह जप

राहु ग्रह जप

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        राहु एक छाया ग्रह है, जब आपकी जन्म कुंडली में राहु प्रतिकूल होता है, उस दौरान आपको अपने जीवन में कुछ समस्याओं के साथ-साथ हानिकारक प्रभावों का भी सामना करना पड़ेगा ताकि आपकी स्थिति के क्रम में परिवर्तन या किसी अन्य ग्रह के साथ संयोजन हो सके। शक्ति कुंडली पर किसी एक जीवन को नियंत्रित करती है जो राहु के लिए जप कर सकती है।

        राहु जप ने राहु देवता को प्रसन्न करने और किसी के जीवन के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए प्रदर्शन किया।

राहु ग्रह जप का धार्मिक महत्व

        यह जप पुरानी बीमारियों से राहत पाने और पूर्वजों से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। अन्यथा, राहु ग्रह जप दोष उपचार या ग्रह द्वारा शासित शक्ति को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यदि राहु ग्रह आठ में से अन्य ग्रहों के साथ संयुक्त होकर रासी, नक्षत्र और कुंडली पर अपना लाभ या हानि देगा।

राहु ग्रह जप कब किया जा सकता है?

        यदि आपकी कुंडली में राहु ग्रह अनुकूल नहीं है तो पुरोहित आपके जन्म नक्षत्र के अनुसार दिन/तारीख का चुनाव कर सकते हैं।

राहु ग्रह की अंगूठी / पत्थर

        गोमेद या हेसोनाइट राहु ग्रह का पत्थर है। इस अंगूठी को धारण करने से निष्प्रभावी अशुभ प्रभावों, अशुभ प्रभावों के निवारण की प्राप्ति होती है।

राहु ग्रह जप करने के लाभ

  • जब पूजा पूरी हो जाती है, तो राहु आपके वैवाहिक जीवन के साथ-साथ आपके जीवन पथ की बाधाओं को भी दूर कर देता है।
  • राहु ग्रह दोष, कुंडली की समस्याओं से छुटकारा पाएं।
  • यह जप पूर्वजों से आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करता है।
  • बढ़ती हुई ज्ञान शक्ति, सकारात्मक विचार, लंबी बीमारी से छुटकारा।
  • यह शत्रुओं पर विजय पाकर नकारात्मक शक्ति को नियंत्रित करता है।

राहु कौन है?

        राहु नौ ग्रहों में प्रमुख खगोलीय पिंडों में से एक है। राहु और केतु को छाया ग्रह या काल्पनिक ग्रह माना जाता है।

राहु हमारे जीवन के लिए अच्छा है?

        हालाँकि, राहु को मानव अच्छे कर्मों के लिए अशुभ छाया ग्रह माना जाता है, लेकिन राहु काल राहु से आशीर्वाद प्राप्त करने और राहु दोष से मुक्त होने के लिए शुभ है।

राहु ग्रह का मित्र और शत्रु ग्रह कौन है?

        राहु के मित्र और शत्रु दोनों ग्रह हैं, मित्र ग्रह शनि, शुक्र और बुध हैं। शत्रु ग्रह सूर्य, चंद्र और मंगल हैं।

        जब राहु मित्र भाव में होता है तो मित्र ग्रह बनाता है। लेकिन जब राहु शत्रु ग्रह भाव में होता है तो परेशानी पैदा करता है।

राहु ग्रह जप क्या है, क्यों किया जाता है?

        राहु ग्रह जप पवित्र मंत्रों के जाप के साथ राहु ग्रह के लिए एक मनभावन पूजा है। यह जप पापों को कम करने, पिछले दोषों को कम करने और विवाह बाधाओं को दूर करने के लिए करता है।

हम यह जप कब कर सकते हैं?

        जब किसी की कुंडली में राहु ग्रह दूसरी स्थिति या दूसरे घर में बदल जाता है। जप का आचरण कलाकार के जन्म नक्षत्र या जन्म नक्षत्र, तिथि और समय पर निर्भर करता है।

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